Page 4 - April_2024_hindi
P. 4
lekpkjksa esa
lekpkjksa esa
ईसी
क
त्ध
जसस्
रय
ों क
या
र
म न
े सर
एनआ
एनआईसी जसस्किम ने सरकयारी अत्धकयाररयों क जलए व्यापक ज्यान-सयाझयाकरि और
या
री अ
कि
क
र
या
ि
स
या
क
झ
और
जल
े
े
न
-
ए व्यापक ज्
या
प्रजशक्षि कयायक्रम आयोजजत डकयया
प्र जश क्ष ि क याय क्र म आयोज ज त ड क य या
्ट
्ट
ए नआईसी जसस्किम ने ज्ान-साझाकरण सह व्ापक प्रजशक्षण कायक्रम आयोजित
्ण
े
करक एक महत्वपण्ण पहल की शुरुआत की ह। यह कायक्रम मर्शर् रूप से एनआईसी
े
ै
्ण
ू
अधधकाररयों और मर्धभन्न सरकारी मर्भागों क प्रजशक्षु अधधकाररयों क जलए बनाया
े
े
गया ह। ै
ृ
्ण
ू
ं
प्रजशक्षण कायक्रम में मर्धभन्न महत्वपण्ण तकनीकी मर्र्यों पर मर्स्त प्रस्ुमतयों और सर्ािात्मक
ं
ै
सत्ों की एक श्ृखला शाममल ह। इनमें नेटर्ककग तकनीक, लिाउड कप्ूकटंग, साइबर सुरक्षा और
ं
िं
े
ें
ैं
े
र्ीकडयो कॉन्फफ्जसंग (र्ीसी) सर्ाए आदि शाममल ह। प्रत्क सत् को इन तेज़ी से मर्कजसत हो रह े
ँ
तकनीकी क्षेत्ों में गहन ज्ान और व्ार्हाररक अंतर््णकष् प्रिान करने क जलए तैयार ककया गया ह। ै
े
एनआईसी जसस्किम की इस पहल का उद्श्य सरकारी अधधकाररयों को नर्ीनतम तकनीकी
े
े
प्रगमत और कौशल से लैस करना ह, जिससे उनक संबंधधत मर्भागों की कडजिटल िरूरतों को
ै
्ण
कशलतापूर्क संभालने की उनकी क्षमता बढ़। इस कायक्रम को मर्धभन्न सरकारी सथिाओं क े
े
ु
ं
्ण
े
े
े
े
े
बीच सहयोग और ज्ान क आिान-प्रिान को बढ़ार्ा िने क जलए एक मंच क रूप में भी िखा
एनआईसी जसस्किम ने सरकारी अधधकाररयों क जलए व्ापक ज्ान-साझाकरण और प्रजशक्षण
े
िाता ह। ै
काय्णक्रम आयोजित ककया।
े
एनआईसी जसस्किम क प्रर्क्ता ने इस प्रजशक्षण क महत्व पर िोर िते हुए कहा, “आि क े
े
े
े
ै
्ण
कडजिटल युग में, सरकारी अधधकाररयों क जलए नर्ीनतम तकनीकों में मनपुण होना अमनर्ाय ह। यह ज्ान-साझाकरण पहल सरकारी मर्भागों क भीतर कडजिटल क्षमताओं को बढ़ाने क जलए
े
े
े
यह कायक्रम कर्ल ज्ान प्रिान करने क बार में नहीं ह, बस्ल्क कडजिटल पररर्श्य में भमर्ष्य की एनआईसी की व्ापक प्रमतबधिता का दहस्ा ह, जिससे नागररकों को सर्ा मर्तरण में सुधार होगा।
ै
े
्ण
े
ै
े
े
े
ै
े
चुनौमतयों और अर्सरों क जलए हमार कायबल को तैयार करने क बार में भी ह।” जसस्किम में इस कायक्रम की सफलता से अन् राज्यों में भी इसी तरह की प्रजशक्षण पहलों का
े
्ण
्ण
े
्ण
्ण
े
ै
प्रजशक्षण सत् अनुभर्ी पेशर्रों और क्षेत् क मर्शर्ज्ों विारा संचाजलत ककए िा रह ह, ताकक माग प्रशस् होने की उम्ीि ह, िो कडजिटल रूप से सशक्त सरकारी कायबल क मनमताण क राष्ट्ीय
े
ैं
े
े
े
े
े
े
्ण
प्रमतभायगयों को व्ापक और अद्तन िानकारी प्राति हो सक। कायक्रम में प्रमतभायगयों को उनक े उद्श्य क साथ संरखखत होगी।
े
े
े
ं
्ण
काय र्ातार्रण में इन तकनीकों क अनुप्रयोग को बेहतर ढग से समझने में मिि करने क जलए
क्
मा, स
म
प्रसाद श
कि
- डॉ. लक्ष
स
म
ी
व्ार्हाररक प्रजशक्षण भी शाममल ह। ै - डॉ. लक्षी प्रसाद शममा, ससक्किम
उतिरयाखंड में आरटीआई पयाररस्थिवतकी तंत्र में क्ररांवत लयाने क जलए ऑनलयाइन आरटीआई पोट्टल
े
े
ई पो
की त
उ
जल
े क
ें क्ररां
या
ई प
म
न
ंत्र
व
या
त
ट
ंड
ख
र
व
इन आर
टीआ
ल
ल
स्थि
ें आर
ति
म
र
या
या
्ट
त
टीआ
र
ए ऑनल
और हयाइवरिड सुनर्याई प्रियाली
और ह या इ व रिड स ुन र्या ई प्र िया ली
ू
जिटल शासन और पारिजश्णता की दिशा में एक महत्वपण्ण किम उठाते हुए, उत्राखंड
डि क माननीय मुख्यमंत्ी ने आधधकाररक तौर पर राज्य क जलए ‘ऑनलाइन आरटीआई
े
े
पोटल’ और ‘ऑनलाइन दवितीय अपील, जशकायत और हाइमरिड सुनर्ाई प्रणाली’
्ण
का शुभारभ ककया ह। एनआईसी विारा मर्कजसत ये अग्रणी पहल राज्य में सूचना क अधधकार
े
ै
ं
े
(आरटीआई) अनुरोधों और अपीलों को संभालने क तरीक में क्रांमतकारी बिलार् लाने क जलए
े
े
तैयार ह। ैं
्ण
नया शुरू ककया गया ऑनलाइन आरटीआई पोटल नागररकों को आरटीआई अनुरोध
े
े
ु
ै
ऑनलाइन प्रस्त करने क जलए एक उपयोगकतता-अनुकल मंच प्रिान करता ह, साथ ही अपजक्षत
ू
े
शुल्क और ककसी भी अमतररक्त शुल्क क जलए ऑनलाइन भुगतान की समर्धा भी प्रिान करता ह।
ु
ै
यह प्रणाली प्रकक्रया को सव्र्स्थित करती ह, जिससे यह आम िनता क जलए अधधक सुलभ और
ै
े
ु
कशल बन िाती ह। इसक अलार्ा, ऑनलाइन दवितीय अपील, जशकायत और हाइमरिड सुनर्ाई
ै
े
ु
प्रणाली एक अधभनर् अमतररक्त ह िो आरटीआई अधधमनयम क तहत दवितीय अपील और जशकायतों
े
ै
्ण
माननीय मुख्यमंत्ी, उत्राखंड, राज्य में ‘ऑनलाइन आरटीआई पोटल’ और ‘ऑनलाइन दवितीय
ै
की कडजिटल फाइजलंग की अनुममत िती ह। यह एक हाइमरिड सुनर्ाई तत् भी पेश करता ह, िो
ै
ं
े
ं
अपील, जशकायत और हाइमरिड सुनर्ाई प्रणाली’ का शुभारभ करते हुये।
े
ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रकक्रयाओं का ममश्ण ह, जिसका उद्श्य अपील और जशकायतों क े
ै
े
समाधान में तिी लाना ह। ै इन प्टफॉम क लॉन्च होने से आरटीआई अनुरोध और अपील िायर करने में लगने र्ाल े
्ण
े
े
ै
लॉन्च क िौरान मुख्यमंत्ी ने पारिजश्णता और िर्ाबिही क प्रमत सरकार की प्रमतबधिता पर समय और प्रयास में उल्खनीय कमी आने की उम्ीि ह, जिससे आरटीआई अधधमनयम की
े
े
े
े
े
्ण
े
े
ू
िोर दिया। उन्होंने कहा, “ये प्टफॉम प्रशासन को अधधक उत्रिायी और नागररक-अनुकल बनान े प्रभार्शीलता बढ़गी। यह शासन संबंधी चुनौमतयों क जलए कडजिटल समाधान अपनाने क प्रमत
े
ैं
े
की दिशा में एक किम ह। प्रौद्ोयगकी का लाभ उठाकर, हम यह समनजचित कर रह ह कक सूचना राज्य सरकार की प्रमतबधिता को भी िशताता ह। ै
ै
ु
े
का अधधकार न कर्ल एक र्ैधामनक अधधकार ह, बस्ल्क उत्राखंड क प्रत्क नागररक क जलए
े
े
े
ै
आसानी से सुलभ भी ह।” - अरव ि द द ि ीच च , उत्तराख ंड
ै
ं
- अरविंद दिीचच, उत्तराखंड
े
े
े
दशभर में ई-शासन गवतविधियों क बार मे निीनतम ि अद्यतन समाचारों ि सूचना
े
अप्रैल 2024, इफोर्मेटिक्स
रै
04 अप् ल 20 2 4, इ ं ं फोर्मेटिक्स क सलये News पर जाये https://informatics.nic.in/news